Bete ki hawas aur maa ki mast chudai
Bete ki hawas aur maa ki mast chudaiहाय, मैं रेखा हूँ, 40 साल की मस्त माल माँ। मेरी फिगर 38-32-40 है, मोटी चूचियाँ, भारी गांड, और चूत ऐसी कि लंड देखते ही पानी छोड़ दे। मेरा बेटा, विक्की, 20 साल का लौंडा, काला, मज़बूत, और उसका लंड 8 इंच का मोटा भैंसा। मेरे पति को मरे 5 साल हो गए, और तब से मेरी चूत की प्यास लंड के लिए तड़प रही है। पर एक दिन, विक्की की हवस ने मुझे नंगी कर दिया, और उसने मेरी चूत और गांड को ऐसे चोदा कि मैं चिल्ला-चिल्लाकर मज़े लेती रही।
बेटे की हवस और माँ की मस्त चुदाई
उस दिन सुबह के 10 बजे थे। सर्दी का मौसम था, कोहरा छाया था, और घर में सन्नाटा। मैं किचन में चाय बना रही थी। उस दिन मैंने टाइट लाल साड़ी पहनी थी, जिसके नीचे हरी ब्रा और नीली चड्डी थी। मेरी साड़ी का पल्लू बार-बार गिर रहा था, और मेरी गहरी नाभि और मोटी चूचियाँ बाहर झाँक रही थीं। विक्की हॉल में लेटा था, सिर्फ़ काले शॉर्ट्स में। उसका लंड शॉर्ट्स में उभर रहा था, मोटा, लंबा, साला चूत का दुश्मन। मैं चाय लेकर हॉल में गई और बोली, “विक्की, चाय पी ले, साले।” वो उठा और बोला, “माँ, तू आज मस्त माल लग रही है, रंडी।” मैं हँसी, “हरामी, अपनी माँ को माल बोल रहा है?”
वो मेरे पास आया और बोला, “साली, तेरी चूचियाँ तो लंड खड़ा कर रही हैं।” मैं चिल्लाई, “मादरचोद, तेरा लंड तो मस्त है, दिखा ज़रा!” उसने शॉर्ट्स नीचे खींच दिए। उसका लंड मेरे सामने था – 8 इंच का मोटा, काला, चूत चोदने वाला भैंसा। मैं चिल्लाई, “साले, ये तो मेरी चूत में मज़ा देगा!” वो बोला, “चल कुतिया, बेडरूम में आजा, तेरी चूत पेलूँगा।” मैं साड़ी लहराती हुई बेडरूम में गई। मेरा बेड बड़ा था, लाल चादर बिछी थी, और खिड़की से ठंडी हवा आ रही थी। मैंने साड़ी उतार फेंकी। हरी ब्रा और नीली चड्डी में थी। मेरी चूचियाँ ब्रा से बाहर आने को बेताब थीं।
उसने मुझे बेड पर लिटाया। मेरी ब्रा खींचकर फेंक दी और बोला, “साली, तेरे चूचे तो मस्त हैं, रंडी।” उसने मेरे निपल्स को मुँह में लिया और चूसने लगा। मैं चिल्लाई, “हरामी, ज़ोर से चूस, मज़ा आ रहा है!” उसकी जीभ मेरी चूचियों पर लार टपका रही थी। वो मेरे मोटे चूचे मसल रहा था, और मैं चिल्ला रही थी, “साले, चूस-चूसकर लाल कर दे!” फिर उसने मेरी चड्डी उतार दी। मेरी चूत नंगी थी, गीली, मस्त चौड़ी। वो बोला, “माँ, तेरी चूत तो लंड की भट्टी है, कुतिया।” उसने अपनी जीभ मेरी चूत पर रखी और चाटने लगा। मैं चिल्लाई, “आह… मादरचोद, और चाट, मज़ा दे!” उसकी जीभ मेरी चूत में घूम रही थी, और वो उसे चूस रहा था। मेरी चूत से पानी टपक रहा था। मैं चिल्लाई, “साले, चूत फड़फड़ा रही है, लंड डाल!”
उसने अपना लंड मेरे मुँह की ओर किया। “चूस, रंडी,” वो बोला। मैंने उसका मोटा लंड मुँह में लिया। साला इतना मोटा था कि मेरा मुँह भर गया। मैं चूस रही थी, और वो बोला, “साली, ज़ोर से चूस, मस्त कर दे!” मैं चिल्लाई, “हरामी, तेरा लंड मज़ेदार है!” मैं उसका लंड चूसती रही, और वो मेरे मुँह में धक्के मार रहा था। फिर उसने मुझे बेड पर लिटाया। मेरी टाँगें चौड़ी कीं और बोला, “अब तेरी चूत को पेलूँगा, कुतिया।” उसने अपना लंड मेरी चूत पर रगड़ा। मैं चिल्लाई, “साले, पेल दे जल्दी, चूत भूखी है!” उसने धीरे से डाला। उसका मोटा लंड मेरी चौड़ी चूत में घुस गया। मैं चिल्लाई, “आह… मादरचोद, मज़ा आ रहा है!”
वो मुझे चोदने लगा। उसका लंड मेरी चूत को पेल रहा था। मैं चिल्ला रही थी, “साले, और ज़ोर से चोद, चूत में मज़ा दे!” उसकी स्पीड बढ़ गई। मेरी चूत गीली थी, और मैं मज़े ले रही थी। वो मेरे चूचों को मसल रहा था, “साली, तेरी चूत तो मस्त है!” फिर उसने मुझे घोड़ी बनाया। मेरी मोटी गांड उसके सामने थी। उसने मेरी गांड पर थप्पड़ मारा और बोला, “कुतिया, तेरी गांड तो चोदने लायक है।” उसने अपना लंड मेरी गांड पर रगड़ा। मैं चिल्लाई, “हरामी, गांड में डाल दे!” उसने मेरी गांड में धीरे से डाला। उसका मोटा लंड मेरी गांड में घुस गया। मैं चिल्लाई, “आह… साले, मज़ा आ रहा है!”
वो मेरी गांड चोदने लगा। उसका लंड मेरी गांड को पेल रहा था। मैं चिल्ला रही थी, “मादरचोद, और ज़ोर से पेल!” उसने मेरी गांड को ज़ोर-ज़ोर से चोदा। फिर उसने मुझे उठाया और बेड के किनारे खड़ा किया। मेरी एक टाँग बेड पर रखी, और उसने मेरी चूत में लंड डाला। वो चोदने लगा। मैं चिल्लाई, “साले, चूत फड़फड़ा रही है!” उसने मेरी चूचियाँ पकड़ीं और चूसने लगा। मैं चिल्लाई, “हरामी, और चोद, मज़ा दे!” उसने मेरी गांड में फिर से डाला। उसकी स्पीड तेज़ थी, और मैं चिल्ला रही थी, “आह… मादरचोद, गांड में मज़ा आ रहा है!”
फिर उसने मुझे बेड पर लिटाया। मेरी टाँगें हवा में उठाईं और मेरी चूत में लंड डालकर पेलना शुरू किया। मैं चिल्ला रही थी, “साले, चूत को फाड़ दे!” वो मेरे ऊपर चढ़ गया। उसकी जीभ मेरे होंठों पर थी, और वो मेरे मुँह को चूस रहा था। मैं चिल्लाई, “हरामी, और पेल!” उसने मेरी चूत को ज़ोर-ज़ोर से चोदा। मेरी चूत से पानी टपक रहा था। फिर उसने मेरी गांड में डाला और चोदने लगा। मैं चिल्लाई, “साले, गांड में मज़ा दे!” उसने मेरे अंदर पानी छोड़ दिया। मैं नंगी बेड पर पड़ी थी, चूत और गांड मज़े से भरी। वो बोला, “कुतिया, मज़ा आया?” मैं चिल्लाई, “हाँ मादरचोद, तेरे लंड ने चूत को ठंडा कर दिया!”