“phone par land dekh kar meri chut ki pyas”

“phone par land dekh kar meri chut ki pyas”

“phone par land dekh kar meri chut ki pyas”
हाय दोस्तों, मेरा नाम रिया है। मैं 20 साल की हूँ और एक छोटे से शहर से हूँ। अभी मैं दिल्ली में एक किराए के फ्लैट में रहती हूँ, जहाँ मैं कॉलेज की पढ़ाई कर रही हूँ। मेरा फ्लैट छोटा सा है, एक बेडरूम, एक किचन, और एक बाथरूम, जिसका किराया 8000 रुपये महीना है। पापा हर महीने पैसे भेजते हैं। मैं अकेली रहती हूँ, और कभी-कभी रात को अकेलापन काटने लगता है। पर एक रात, कुछ ऐसा हुआ कि मेरी ज़िंदगी की प्यास जाग गई, और मैंने जो किया, वो आज तक मेरे जिस्म में गूँज रहा है। फोन की वो तस्वीर

उस रात, करीब 10 बजे थे। बाहर हल्की ठंडी हवा चल रही थी, और आसमान में चाँद की चाँदनी छिटकी हुई थी। मैं अपने बेड पर लेटी थी, नीली साटन की नाइटी पहने हुए, जिसके नीचे मेरी पैंटी गुलाबी रंग की थी, सिल्क की, जो मेरे जिस्म से चिपकती थी। मैं फोन स्क्रॉल कर रही थी, व्हाट्सएप पर एक अनजान ग्रुप में कुछ मैसेज आए थे। मैंने खोला तो एक फोटो दिखी – एक मर्द का मोटा, लंबा लंड। मैं चौंक गई। पहले तो गुस्सा आया, पर फिर नज़रें उससे हट नहीं पाईं। उसकी मोटाई, उसकी बनावट, कुछ ऐसा था कि मेरा दिल तेज़ी से धड़कने लगा। मैं उत्सुक हो गई, उत्तेजित भी। मन में एक आग सी जल उठी। मैंने सोच लिया – मुझे किसी मोटे लंड से चुदवाना है, अपनी गांड भी मरवानी है।

मैं उठी और छत की बालकनी पर चली गई। नीली नाइटी हवा में लहरा रही थी, और मेरे बाल उड़ रहे थे। बाहर रोड साइड पर 4 लड़के खड़े थे, शायद 20-22 साल के। वो सिगरेट पी रहे थे, और उनकी नज़रें मुझ पर टिक गईं। वो मुझे लाइन मारने लगे, एक ने सीटी बजाई। मैं शरमा गई, पर मेरी प्यास जाग चुकी थी। मैंने उन्हें इशारा किया – ऊपर आने का। वो चौंके, फिर एक-दूसरे को देखकर हँसे और मेरे फ्लैट की सीढ़ियाँ चढ़ने लगे। मैंने दरवाज़ा खोला, और वो अंदर आ गए।

चारों लड़के अलग-अलग थे। पहला, राहुल, लंबा और गोरा, उसकी शर्ट काली थी। दूसरा, विक्की, मोटा सा, नीली जींस में। तीसरा, मोनू, पतला पर मज़बूत, लाल टी-शर्ट में। चौथा, दीपक, मज़बूत कद-काठी, भूरी पैंट और सफेद बनियान में। मैंने उन्हें अंदर बुलाया और सीधे कहा, “मुझे मोटे लंड से चुदना है, गांड भी मरवानी है। कर सकोगे?” वो हक्के-बक्के रह गए, फिर हँस पड़े। राहुल बोला, “अरे वाह, माल तो तैयार है।” मैंने कहा, “चलो बेडरूम में।”

बेडरूम में मेरा सिंगल बेड था, नीली चादर बिछी थी, और एक छोटी टेबल पर लैंप जल रहा था। मैंने नाइटी उतार दी, और सिर्फ़ गुलाबी पैंटी में थी। वो चारों मेरे सामने खड़े थे। राहुल ने सबसे पहले अपनी पैंट खोली। उसका लंड मोटा था, शायद सबसे मोटा। मैंने उसे देखा, और मेरी प्यास दोगुनी हो गई। उसने मुझे बेड पर धक्का दिया और मेरी पैंटी उतार दी। मैं नंगी थी, और उसने मेरे ऊपर चढ़कर मेरे होंठ चूसने शुरू कर दिए। उसकी जीभ मेरे मुँह में थी, और वो मुझे ज़ोर-ज़ोर से चूम रहा था। दर्द हुआ, पर मज़ा भी आ रहा था।

विक्की मेरे पास आया और मेरे सीने को मसलने लगा। उसने मेरे निपल्स को ज़ोर से दबाया, और मैं कराह उठी। मोनू मेरी जाँघों के पास था, उसने उन्हें चूमना शुरू किया। दीपक मेरे पीछे आया और मेरी कमर को सहलाने लगा। राहुल ने मेरे पैर फैलाए और अपना मोटा लंड मेरे प्राइवेट पार्ट पर रगड़ा। मैं सिहर उठी। उसने ज़ोर से धक्का मारा, और मेरे अंदर घुस गया। दर्द तेज़ था, मेरी चीख़ निकल गई, “आह, धीरे!” पर वो रुका नहीं। वो मुझे ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा। उसका मोटा लंड मेरे अंदर तक जा रहा था, और मेरा जिस्म काँप रहा था।

विक्की ने अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया। उसका लंड छोटा था, पर मोटा। मैं उसे चूसने लगी, और वो मेरे मुँह में धक्के मारने लगा। दर्द के साथ एक अजीब सा मज़ा था। मोनू मेरे पीछे गया और मेरी गांड पर हाथ फेरने लगा। उसने अपनी उंगलियाँ मेरी गांड में डाल दीं, और मैं तड़प उठी। दीपक मेरे सीने को चूस रहा था, और उसकी जीभ मेरे निपल्स पर घूम रही थी। राहुल मुझे चोदता रहा, और उसका हर धक्का मुझे हिलाकर रख देता था। करीब आधा घंटा उसने मुझे चोदा, फिर उसने अपना पानी मेरे अंदर छोड़ दिया। मैं गर्मी से भर गई।

फिर विक्की मेरे ऊपर चढ़ा। उसने मुझे घोड़ी बनाया और मेरी गांड में अपना लंड डाला। दर्द इतना था कि मेरी आँखों में आँसू आ गए, पर वो रुका नहीं। वो मेरी गांड मारता रहा, और उसकी हरकत से मेरी गांड काँप रही थी। मोनू मेरे मुँह में अपना लंड डालकर चुसवाने लगा। उसका लंड लंबा था, और मुझे मज़ा आने लगा। दीपक मेरे नीचे लेट गया और मेरे प्राइवेट पार्ट को चूसने लगा। चारों ने मुझे एक साथ चोदा – राहुल अब मेरे मुँह में था, विक्की मेरी गांड में, मोनू मेरे प्राइवेट में, और दीपक मेरे सीने को मसल रहा था। मैं चुद-चुदकर लाल हो गई थी।

पहले घंटे में राहुल ने 2 बार, विक्की ने 1 बार, मोनू ने 1 बार, और दीपक ने 1 बार मुझे चोदा। मेरी गांड और प्राइवेट पार्ट दर्द से भरे थे, पर प्यास अभी बुझी नहीं थी। दूसरे घंटे में मोनू ने मुझे सबसे ज़्यादा चोदा। उसका लंड लंबा था, और वो मुझे कुत्तिया की तरह चोद रहा था। उसने मेरे बाल पकड़े और मुझे ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारे। मुझे मज़ा आने लगा, और मैं कराह रही थी। विक्की ने मेरे मुँह में अपना पानी छोड़ा, और राहुल मेरी गांड में फिर से घुस गया।

तीसरे घंटे में दीपक ने मुझे अपनी गोद में बिठाया और ऊपर-नीचे करके चोदा। उसका लंड मोटा नहीं था, पर मज़बूत था। मैं उसके ऊपर उछल रही थी, और मेरा जिस्म थरथरा रहा था। राहुल मेरे पीछे था, और उसने मेरी गांड में फिर से अपना मोटा लंड डाला। दो लंड एक साथ मेरे अंदर थे, और दर्द के साथ मज़ा भी था। मोनू और विक्की मेरे सीने को चूस रहे थे। चौथे घंटे में वो मुझे बारी-बारी चोदते रहे। राहुल का मोटा लंड मुझे सबसे ज़्यादा मज़ा दे रहा था, और मैं उससे बार-बार चुदवाना चाहती थी।

पाँचवें घंटे में वो सब मिलकर मुझे चोदने लगे। मैं बेड पर कुत्तिया बन गई थी। राहुल मेरी गांड में, मोनू मेरे प्राइवेट में, विक्की मेरे मुँह में, और दीपक मेरे नीचे से मेरे जिस्म को मसल रहा था। मेरी गांड काँप रही थी, और मेरा जिस्म लाल हो गया था। 5 घंटे तक चुदाई के बाद मैं थक चुकी थी। वो सबने मेरे अंदर और मुँह में कई बार पानी छोड़ा था। मैं हाँफ रही थी, पर मेरी प्यास बुझ चुकी थी।

फिर मैं नहाने गई। बाथरूम में गर्म पानी का शावर चालू किया। मैं नंगी थी, और मेरा जिस्म दर्द से भरा था। अचानक वो चारों बाथरूम में आ गए। बोले, “हाथ-लंड धोने आए हैं।” पर वो धोने नहीं, मुझे फिर चोदने आए थे। राहुल ने मुझे शावर के नीचे दीवार से सटाया और मेरी गांड में अपना मोटा लंड डाल दिया। मैं चीख़ी, पर पानी की आवाज़ में दब गई। मोनू मेरे सामने था, और उसने मेरे प्राइवेट में अपना लंड घुसाया। विक्की मेरे मुँह में था, और दीपक मेरे सीने को मसल रहा था।

1 घंटे तक बाथरूम में चुदाई चली। राहुल ने मुझे शावर के नीचे घोड़ी बनाकर चोदा। मोनू ने मुझे दीवार पर टांगकर चोदा। विक्की ने मेरे मुँह में पानी छोड़ा, और दीपक ने मेरे जिस्म को चूस-चूसकर लाल कर दिया। पानी मेरे जिस्म पर बह रहा था, और उनकी हवस मेरे अंदर। मैं थककर चूर हो गई थी।

जब वो गए, तो मैं बेड पर नंगी पड़ी रही। मेरा जिस्म दर्द से भरा था, पर वो प्यास, वो मज़ा, वो सब मेरे अंदर बस गया था। राहुल का मोटा लंड मुझे आज भी याद आता है।

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